तुम जाते समय

तुम जाते समय: देखो तुम छुप-छुप कर जाना कुछ इस ढंग से , ऐसी गली से तारों के ऐसे उजाले से कि अंधेरे को भी पता न चले तुम चुपके से मेरी दहलीज लांघकर कभी बने थे लंबी एक छाँव

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