अस्मा जहांगीर : खामोश शहर में बगावत का चिराग

अस्मा जहांगीर : खामोश शहर में बगावत का चिराग: अस्मा जहांगीर की कहानी असाधारण हैं, वो जब 21 साल की थी और कानून की पढ़ाई कर रही थीं तो उनके पिता मालिक जिलानी को सैनिक तानाशाही का विरोध करने के चलते जनरल याह्या खान ने जेल में डाल दिया था

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