धर्मांधता का आतंक

धर्मांधता का आतंक: किसी समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे, यहां तक तो सब ठीक है, किंतु किसी लेखन को अंतरराष्ट्रीय आतंक का हिस्सा बना देना कितनी बुद्धिमानी है, यह बुद्धिजीवी वर्ग के लिए सोच का विषय है

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