धर्मनिरपेक्षता, उदारवाद हमारा राष्ट्रीय स्वभाव
धर्मनिरपेक्षता, उदारवाद हमारा राष्ट्रीय स्वभाव: हमारे देश में जहां मलिक जायसी, रहीम और रसखन जैसे कवियों ने सैकड़ों वर्ष पूर्व हिंदू देवी-देवताओं की स्मृति में तथा उनकी प्रशंसा में ऐसे नायाब भजन, दोहे व कसीदे लिखे जो रहती दुनिया तक यादगार रहेंगे
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