नोएडा, ग्रे नोएडा एवं यमुना एक्सप्रेस वे ऑथोरिटी में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच कराओ : मौलिक भारत


नोएडा। मौलिक भारत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के विकास ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नोएडा / ग्रे नोएडा एवं यमुना एक्सप्रेस वे ऑथोरिटी में व्याप्त भ्रष्टाचार के विषय में पत्र लिखकर व्यापक जांच की मांग की है।
अपने पत्र में के विकास ने लिखा कि वो कई वर्षो से नोएडा/ ग्रे नोएडा एवं यमुना एक्सप्रेस वे ऑथोरिटी में व्याप्त भ्रष्टाचारों के खिलाफ स्वयं तथा अपनी संस्था मौलिक भारत के माध्यम से आवाज उठाता चला आ रहा हूँ। यहाँ हुये फार्म हाउस घोटाला, ग्रुप हाउसिंग घोटाला, व्यावसायिक भूमि ( Commercial Land) घोटाला, सिटी सेंटर घोटाला, DND टोल घोटाला, यादव सिंह के द्वारा दिये गए ठेके के घोटाले, श्रम संबिदा मजदूरों का घोटाला आदि को लखनऊ/ दिल्ली/ नोएडा में प्रेस वार्ता करके, लोकायुक्त में शिकायतें दर्ज करके, उच्च एवं उच्चतम न्यायालय में याचिकायें दायर करके उजागर कर चुका हूँ।
के विकास ने कहा है कि यादव सिंह घोटाले में वर्तमान में सीबीआई जांच उनकी संस्था के अथक प्रयासों के द्वारा ही संभव हो सकी है। इससे पहले नोएडा ऑथोरिटी के पूर्व ओसडी यशपाल त्यागी के खिलाफ भी उन्होंनेस्वयं उप्र लोकायुक्त के यहाँ ग्रुप हाउसिंग स्कैम के संबंध में शिकायत दर्ज कराईथी।
के विकास ने अपने पत्र में लिखा कि नोएडा / ग्रे नोएडा एवं यमुना एक्सप्रेस वे ऑथोरिटी में व्याप्त भ्रष्टाचार में कुछ चुने हुये अधिकारी, बिल्डर, नेता, दलाल आदि के गठजोड़ शामिल रहा है तथा पिछली बसपा तथा सपा सरकार में इस गठजोड़ ने जमकर लूटपाट की है इस गठजोड़ में प्रमुख रूप से यादव सिंह, यश पाल त्यागी के अलावा आनंद कुमार ( तत्कालीन मुख्यमंत्री के भाई),मोहिंदर सिंह (तत्कालीन अध्यक्ष )ललित विक्रम वसंतवानी (तत्कालीन बित्त निदेशक ), रमा रमण (सी इ ओ ), मनोज अग्रवाल ( ग्रेट वैल्यू इन्फ्रा ), दीपक अग्रवाल ( एसडीएस इन्फ्रा ), शक्ति नाथ (लोजिग्स ), पोंटी चड्डा (वेव इन्फ्रा ) व अन्य अफसर शामिल रहे है।
के विकास ने अपने पत्र में लिखा कि इन लोगो में से कईयों के तार विदेशो से भी जुड़े रहे है तथा प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी पत्र संख्या ECIR /54/DZ /2010/AD-SDS Dt 10/2/2010 ( संलगन ) के माध्यम से इन अधिकारिओ के विषय में जानकारी भी मांगी थी।
के विकास ने अपने पत्र में लिखा कि नोएडा / ग्रे नोएडा एवं यमुना एक्सप्रेस वे ऑथोरिटी में व्याप्त भ्रष्टाचारों तथा पिछले 10 वर्षो में हुयी आकंठ लूट के खिलाफ एक सघन जांच की आवश्यकता है! इसके लिये उन्होंने अनुरोध किया कि वो तीनो ऑथोरिटीयों सीबीआई जाँच की अनुशंसा करने की कृपा करे तथा उन्होंने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि इस विषय में जो भी जानकारी उनके पास उपलब्ध होगी वो जांच एजेंसी को उपलब्ध कराएँगे ताकि दोषियों को कड़ी सजा मिल सके। के विकास ने अपने पत्र की प्रतिलिपि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा वित्त मंत्री अरुण जेटली को भी भेजी है।
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