कथा दुस्साहसी डाकुओं और मदहोश चौकीदार की

कथा दुस्साहसी डाकुओं और मदहोश चौकीदार की: इसमें कोई संदेह नहीं कि मोदी इस देश के कारपोरेट घरानों के डार्लिंग हैं। गुजरात में 2002 के कत्लेआम के बाद उन्होंने विकास का शिगूफा छोड़ा और उसे 'गुजरात माडल' का नाम दिया

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

युवक बंदूकों का त्याग करें : महबूबा

सिख दंगों पर गृह मंत्री से मिलेंगे आप विधायक

मप्र में किसानों का पानी के लिए आमरण-अनशन