मन की हारे हार है, मन के जीते जीत!
मन की हारे हार है, मन के जीते जीत!: कल शाम 5 बजे बेटे के घर से अपने घर जाने के लिए निकलने के पहले खिड़की से झांक कर देखा तो हर तरफ एकदम अँधेरा एवं सड़कों पर सन्नाटा दिखा. सर्दियों की शाम वो भी शनिवार को..यही माहौल होता है यहाँ कनाडा में
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