यह राजनीति हो रही है या षड्यंत्र रचा जा रहा है?

यह राजनीति हो रही है या षड्यंत्र रचा जा रहा है?: चकल्लस और हँसी मजाक में वही महीन सा अंतर है जो षड्यंत्र और राजनीति में है, हमेशा आप देखेंगे कि लोग हँसी मजाक में तो आनन्द लेते हैं मगर जैसे ही हँसी मजाक हद पार कर चुभने लगती है

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

गांजा खपाने पहुंचे थे, सीतामणी में पकड़ाए

24 लाख का घोटाला मामला: आरोपियों को सुनाई सजा