अब शस्त्र नहीं, विचार और परिवर्तन कामना निर्णायक हैं

अब शस्त्र नहीं, विचार और परिवर्तन कामना निर्णायक हैं: इस बात को दुनिया भर में देखा जा सकता है। क्रान्ति के बल पर सोवियत संघ अस्तित्व में आया तो दुनिया की सर्वोच्च शक्तियों में शामिल हुआ

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