ख्वाबों ख्यालों की दुनिया

ख्वाबों ख्यालों की दुनिया: येदौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो। भले छीन लो मुझ से मेरी जवानी। मगर मुझ को लौटा दो बचपन का सावन।  वो कागज की कश्ती वो बारिश का पानी

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