खत्म हो रहा है रामलीलाओं का क्रेज

खत्म हो रहा है रामलीलाओं का क्रेज: 16 वीं सदी की बात है, तब काशी में रामलीला की योजना नवरात्रि के अवसर पर बिना पैसे-कौड़ी के साकार हुई थी। जो काम धन-बल से नहीं हो सकता था, वह गोस्वामी तुलसी दास ने जन-बल से सहज संभव कर दिखाया था

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