भारत की आत्मा बहुलवाद और सहिष्णुता में बसती है: प्रणब मुखर्जी
भारत की आत्मा बहुलवाद और सहिष्णुता में बसती है: प्रणब मुखर्जी: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को कहा कि भारत की आत्मा बहुलवाद व सहिष्णुता में बसती है और हमें अपने जन संवाद को शारीरिक और मौखिक सभी तरह की हिंसा से मुक्त करना होगा
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