आग में खाक होती जिंदगी

आग में खाक होती जिंदगी: विडंबना यह है कि सरकारी और निजी अस्पतालों में सिर्फ  सुरक्षा इंतजामों की ही अनदेखी नहीं हो रही है बल्कि किस्म-किस्म के गोरखधंधे भी सामने आ रहे हैं

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

युवक बंदूकों का त्याग करें : महबूबा

सिख दंगों पर गृह मंत्री से मिलेंगे आप विधायक

शमी, बुमराह और भुवनेश्वर के नक्शे कदम पर चलना चाहते है ईशान पोरेल