हर सांस के साथ फेफड़ों में घुलता जहर, जिम्मेदार हम स्वयं

हर सांस के साथ फेफड़ों में घुलता जहर, जिम्मेदार हम स्वयं: प्रकृति से खिलवाड़ करने का नतीजा दिल्ली से वाराणसी तक देश की हवा में घुल कर आसमान पर कालिख के रूप में छा गया है

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मप्र में किसानों का पानी के लिए आमरण-अनशन

शमी, बुमराह और भुवनेश्वर के नक्शे कदम पर चलना चाहते है ईशान पोरेल

कश्मीर में 50 लाख के पुराने नोट के साथ 2 गिरफ्तार